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Mandla481661

मंडला-अंजनिया बायपास पर ट्रक में आग, चालक-कलीनर ने छलांग लगाकर जान बचाई

VMVimlesh Mishra
Nov 14, 2025 06:04:08
Mandla, Madhya Pradesh
मंडला- अंजनिया बाईपास पर ट्रक पर लगी आग । ट्रक चालक और क्लीनर ने कूदकर बचाई जान । ट्रक पूरी तरह जलकर खाक । रायपुर से राजस्थान जा रहा था ट्रक । ट्रक में लोड था जीआई तार का बंडल । ट्रक में लगी आग के बाद टायर और डीजल टैंक फटने की आवाज हाइवे से सटे अंजनिया रिहायशी इलाकों तक सुनने को मिली । सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से दमकल वाहन ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक पर लगी आग पर पाया काबू ।
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ADAbhijeet Dave
Nov 14, 2025 07:38:10
Ajmer, Rajasthan:राज्यपाल हरि किशन राव बागड़े आज अजमेर पहुंचे, जहां उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निवास पर पहुंचकर शोक संवेदनों व्यक्त कीं। देवनानी की पत्नी स्वर्गीय इंदिरा देवनानी के निधन पर राज्यपाल ने गहरा दु:ख प्रकट किया और उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल बागड़े ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की और इस कठिन समय में ढांढस बंधाया। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा देवनानी परिवार को इस अपूर्णनीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। राज्यपाल के आगमन पर स्थानीय प्रशासन और कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। पूरा माहौल श्रद्धा और संवेदनाओं से भरा रहा। राज्यपाल ने कहा कि स्व. इंदिरा देवनानी सरल, सौम्य और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने वाली व्यक्तित्व थीं, जिनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।
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AKAtul Kumar Yadav
Nov 14, 2025 07:37:11
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SKSATISH KUMAR
Nov 14, 2025 07:36:58
Jaspur, Uttarakhand:पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का सरकार पर हमला बोले, यूसीसी से आधार की बाध्यता हटाना उत्तराखंड विरोधी कदम, सरकार और चुनाव आयोग पर भी साधा निशाना शहर रामनगर हरीश रावत ने राज्य में लागू यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) से आधार की अनिवार्यता खत्म करने के केंद्र सरकार के फैसले को उत्तराखंड विरोधी कदम बताया है, उन्होंने कहा कि यह फैसला राज्य की नागरिकता प्रणाली और नियंत्रण व्यवस्था को कमजोर करने वाला है। उन्होंने कहा कि जब UCC लागू किया गया था, तब आधार के आधार पर पंजीकरण को एक नियंत्रण व्यवस्था के रूप में रखा गया था, ताकि बाहरी लोगों की पहचान सुनिश्चित की जा सके, अब जब सरकार ने उस नियंत्रण को हटा दिया है, तो कोई भी व्यक्ति जो यहां UCC में पंजीकरण कराएगा, वह उत्तराखंड की नागरिकता का दावा कर सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा यह कदम उत्तराखंड की मूल भावना और स्थानीय हितों के खिलाफ है, आधार की बाध्यता हटाकर सरकार ने दरवाज़े खोल दिए हैं कि बाहर से आने वाला कोई भी व्यक्ति यहां पंजीकरण करा सके। यह न केवल हमारे सामाजिक ढांचे को प्रभावित करेगा बल्कि राज्य की जनसंख्या संरचना पर भी असर डाल सकता है। हरीश रावत ने आगे कहा कि सरकार द्वारा लिव-इन रिलेशनशिप में पंजीकरण प्रक्रिया को सरल करने के नाम पर जो बदलाव किए गए हैं, वे भी चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि UCC को लेकर जो भावना राज्य के लोगों में थी कि इससे सामाजिक अनुशासन और नैतिक संतुलन बनेगा वह अब सरकार के ऐसे निर्णयों से कमजोर होती जा रही है। सरकार ने जो कहा था, वह पारदर्शिता और सुरक्षा का सिस्टम बनाने के लिए था, अब नियंत्रण हटाकर यह व्यवस्था शिथिल कर दी गई है, यह उत्तराखंड की संस्कृति, सामाजिक मूल्यों और स्थानीय हितों के लिए ठीक नहीं है. बिहार में आरजेडी नेता सुनील सिंह द्वारा चुनाव आयोग को चेतावनी देते हुए कहा गया कि अगर चुनाव परिणामों में गड़बड़ी हुई तो नेपाल जैसा दृश्य देखने को मिल सकता है, इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हरीश रावत ने कहा कि जनता के भीतर गहरा अविश्वास और संदेह घर कर गया है। आज लोगों को लगने लगा है कि चुनावों को मैनिपुलेट किया जा रहा है,यह स्थिति बहुत खतरनाक है। लोकतंत्र में जब जनता का विश्वास हिल जाता है तो यह विध्वंसक परिणाम देता है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार और चुनाव आयोग दोनों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों के मन में कोई संदेह न रहे, अगर पारदर्शिता नहीं बढ़ाई गई तो ऐसे बयान और माहौल लोकतंत्र के लिए हानिकारक साबित होंगे, चुनाव आयोग और सरकार को जनता का भरोसा कायम रखना चाहिए, संदेह बढ़ाना नहीं, खत्म करना उनका कर्तव्य है, जब यह भरोसा कमजोर पड़ता है, तभी ऐसी टिप्पणियाँ सामने आती हैं. संन्यास अभी नहीं, नए लोगों को उत्साहित करने का समय: जब हरीश रावत से पूछा गया कि पार्टी की नई टीम में उन्हें कोई नई जिम्मेदारी नहीं दी गई है, तो क्या इसका मतलब है कि वे अब संन्यास की तैयारी कर रहे हैं इस सवाल पर उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया, अभी मैंने भगवा कपड़ा नहीं देखा है, लेकिन जब आप कहेंगे तो सिलवा लेंगे,संन्यास भी एक आदरणीय अवस्था है, पर अभी मेरा काम है नए लोगों को उत्साहित करना। रावत ने कहा कि कांग्रेस में नई पीढ़ी को आगे लाने का समय है और वे उन्हें सहयोग व मार्गदर्शन देने के लिए सक्रिय रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति केवल पद पाने का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा और संघर्ष का रास्ता है, और वे अभी भी जनता के मुद्दों को उठाने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। हरीश रावत अभी तो बहुत कुछ बाकी है उन्होंने मुस्कराते हुए कहा। संक्षेप में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयानों ने एक बार फिर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है,जहाँ एक ओर उन्होंने UCC से जुड़ी केंद्र सरकार की नीति को उत्तराखंड की सामाजिक संरचना के खिलाफ बताया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं की निष्पक्षता पर उठते सवालों को लेकर चिंता जताई। हरीश रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही उन्हें फिलहाल कोई नई जिम्मेदारी न दी गई हो, लेकिन वे अब भी राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और जनता के सवालों को उठाते रहेंगे बाइट हरीश रावत,पूर्व मुख्यमंत्री
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SKSATISH KUMAR
Nov 14, 2025 07:36:40
Jaspur, Uttarakhand:स्लग पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का सरकार पर हमला बोले,यूसीसी से आधार की बाध्यता हटाना उत्तराखंड विरोधी कदम, सरकार और चुनाव आयोग पर भी साधा निशाना शहर रामनगर संन्यास अभी नहीं, नए लोगों को उत्साहित करने का समय: जब हरीश रावत से पूछा गया कि पार्टी की नई टीम में उन्हें कोई नई जिम्मेदारी नहीं दी गई है, तो क्या इसका मतलब है कि वे अब संन्यास की तैयारी कर रहे हैं इस सवाल पर उन्होंने हंसी के साथ जवाब दिया,अभी मैंने भगवा कपड़ा नहीं देखा है,लेकिन जब आप कहेंगे तो सिलवा लेंगे,संन्यास भी एक आदरणीय अवस्था है, पर अभी मेरा काम है नए लोगों को उत्साहित करना। रावत ने कहा कि कांग्रेस में नई पीढ़ी को आगे लाने का समय है और वे उन्हें सहयोग व मार्गदर्शन देने के लिए सक्रिय रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति केवल पद पाने का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा और संघर्ष का रास्ता है, और वे अभी भी जनता के मुद्दों को उठाने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। हरीश रावत अभी तो बहुत कुछ बाकी है उन्होंने मुस्कराते हुए कहा। संक्षेप में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयानों ने एक बार फिर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है,जहां एक ओर उन्होंने UCC से जुड़ी केंद्र सरकार की नीति को उत्तराखंड की सामाजिक संरचना के खिलाफ बताया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं की निष्पक्षता पर उठते सवालों को लेकर चिंता जताई। हरीश रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही उन्हें फिलहाल कोई नई जिम्मेदारी न दी गई हो, लेकिन वे अब भी राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और जनता के सवालों को उठाते रहेंगे
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AGAdarsh Gautam
Nov 14, 2025 07:36:08
Sidhi, Madhya Pradesh:*सीधी ब्रेकिंग: शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे की जमानत याचिका खारिज, आज होगा उग्र प्रदर्शन,सीधी जिले में शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे की जमानत याचिका जिला न्यायालय से खारिज होने के बाद आज शिवसेना का उग्र प्रदर्शन होगा। प्रदेश स्तर और विभिन्न जिलों के कई संगठन इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। प्रदर्शन का आगाज गांधी चौक पार्किंग स्थल से होगा, जहां से कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे विवेक पांडे पर सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे के चेहरे पर कालिख पोतने का आरोप है, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जमानत याचिका खारिज होने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और वे आज सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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SDSurendra Dasila
Nov 14, 2025 07:35:52
Dehradun, Uttarakhand:एंकर कहते हैं राजनीति में कोई किसी का हमेशा दुश्मन नहीं होता है। राजनीति में आपसी फायदों के लिए दोस्त और दुश्मन बदलते रहते हैं। आज आपको एक ऐसी ही राजनीतिक दुश्मनी जो दोस्ती में बदल रही है उसकी रिपोर्ट दिखाते हैं । March 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार विधानसभा में वित्त विधेयक पारण करने के दौरान गिर गई थी। हरीश रावत ने इस खेल का सबसे बड़ा विलेन हरक सिंह रावत को बताया था। हरक सिंह रावत 2022 के चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे और तब भी हरीश रावत ने उनका जमकर विरोध किया था। लेकिन अब 2027 के चुनाव से पहले ऐसा लगता है कि हरक सिंह और हरीश रावत की दुश्मनी अब खत्म हो चुकी है। क्योंकि कांग्रेस आला कमान ने हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया है और इस मामले पर हरीश रावत भी कह रहे हैं कि हरक सिंह रावत तब नकारात्मक ऊर्जा से काम करते थे लेकिन अब सकारात्मक ऊर्जा से पार्टी को आगे बढ़ाएंगे । बाइट हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड हरिश रावत ने 2022 में हरक सिंह रावत को कांग्रेस में शामिल होने के बावजूद टिकट नहीं लेने दिया था और हर मंच पर हरीश रावत ने कहा था की हरक सिंह रावत लोकतंत्र के आरोपी हैं और उनको क्षमा मांगनी होगी। लेकिन अब जिस तरह से कांग्रेस आला कमान ने हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया है इसे देखकर लगता है की इस फैसले में हरीश रावत की सहमति भी शामिल है। इस मामले पर जब हरक सिंह रावत से पूछा गया तो उनका कहना है कि उन्होंने 4 से 5 घंटे हरीश रावत के साथ बंद कमरों में मैराथन बैठक की है। 2 से 4 महीने लग गए और इस खाई को लगभग पाट लिया गया है अब हरक सिंह रावत और हरीश रावत दुश्मन से दोस्त बन गए हैं और हरक सिंह रावत खुलकर कह रहे हैं कि हरीश रावत जैसे कद का नेता उत्तराखंड में कोई नहीं वह मेरे बड़े भाई हैं। बाइट हरक सिंह रावत अध्यक्ष चुनाव प्रबंधन समिति कांग्रेस किसी ने सही कहा है की राजनीति में कोई किसी का हमेशा दुश्मन नहीं होता और दुश्मन कब दोस्त बन जाए यह कहा नहीं जा सकता। हरक सिंह रावत और हरीश रावत पिछले कुछ महीने पहले ऐसा लगता था कि जैसे इनके बीच में मेल कभी नहीं होगा लेकिन अब दोनों साथ-साथ बैठक भी कर रहे हैं और आला कमान के फैसले पर दोनों खुश हैं।
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ASAVNISH SINGH
Nov 14, 2025 07:35:36
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