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Gautam Buddha Nagar201304
दिल्ली में क्लाउड सीडिंग पर बहस: AQI सुधरने के दावे और वैज्ञानिक धारणा
HBHemang Barua
Nov 02, 2025 11:54:24
Noida, Uttar Pradesh
Dear Jairam Ramesh Ji, I am shocked at your misinformation campaign launched in collusion and connivance with AAP to undermine the genuine achievements of Hon’ble CM Rekha Gupta Ji & the BJP4Delhi Govt in Delhi. So blinded have you all become in your zeal to oppose us that you are not even willing to read the very reports you are quoting! Let me bring some facts to the table. Firstly, as already stated by the CAQM, this year has recorded the lowest AQI and the highest number of clean-air days. Delhi has witnessed the highest number of clean days, barring the COVID period. Secondly, this remarkable feat was achieved despite allowing Deepawali celebrations and allowing the middle class more time to ply their vehicles. Thirdly, as far as the report presented before Parliament is concerned, even in that report, no final conclusion was given. Rather, the DPCC was asked to come up with a more detailed proposal, that is, it was asked to restudy the matter, which it did diligently along with the Environment Department and IIT Kanpur. Even otherwise, we find that the opinion of experts was centred around three issues: namely, the limitation of aircraft, the availability of clouds, and the possibility of rain. Anyone with even a modicum understanding of scientific method knows that the only way to resolve an opinion is to conduct experiments, especially when those experiments are conducted by an organisation as reputed as IIT Kanpur and are as cost-efficient as the present trials. More than 4 sorties, conducted at a cost of less than ₹1 crore (with a total agreement value of about ₹3.4 crore covering several more sorties), have already yielded valuable scientific data, while tens of crores were spent by “AAPda” on media campaigns that had no scientific utility at all. We have learned that even when it does not rain, cloud seeding results in a reduction of AQI. We have also found that trace rains occur even when the humidity is far less than initially anticipated. Furthermore, we have gained a deeper understanding of how inversion works and what factors are necessary for inducing seeding. And no one ever claimed that cloud seeding is a permanent solution. It is a solution worth exploring, because, at best, it may provide us with a viable answer, and at worst, it will enhance our scientific understanding. I would request those engaged in this diatribe to strengthen their understanding of scientific method and read before they speak, for this is all they have done when they had the opportunity to serve Delhi. This is now our duty, and we will leave no stone unturned to ensure a green, clean and pollution-free Delhi.
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RKRakesh Kumar
Nov 02, 2025 17:46:06
Delhi, Delhi:यमुना पार के उत्तर पूर्वी जिले इलाके में नहीं रुक रही वारदातें आए दिन कहीं फोन को छीना जाता है कहीं चाकू मार कर घायल किया जाता है कहीं Murder भी किया जाता है लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली का जो यही इलाका है बेहद सेंसिटिव है आये दिन होती रहती है वारदात लोगों को अब लगने लगा है डर क्योंकि दिल्ली पुलिस हो चुकी है उनकी नजरों में फेल। यमुनापार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं सीलमपुर में हुए के बाद अब गोकुलपुरी में रविवार एक और हत्या की वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी बृजपुरी पुलिया के पास एक 47 वर्षीय ऑटो चालक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई मृतक की पहचान देव शर्मा के रूप में हुई है जो भगिरथी विहार में परिवार के साथ रहते थे जानकारी के अनुसार रविवार को करीब 3 बजकर 55 मिनट पर गोकुलपुरी थाने में सूचना मिली कि बृजपुरी पुलिया के पास झगड़े के दौरान एक व्यक्ति को चाकू मारा गया है पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन तब तक घायल को उसके दोस्तों ने जीटीबी अस्पताल पहुंचा दिया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मौके से फॉरेंसिक टीम ने खून के नमूने और अन्य साक्ष्य एकत्र किए हैं प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक देव शर्मा इलाके में ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे घटना के समय वह कुछ परिचितों के साथ पुलिया के पास खड़े थे तभी किसी युवक ने उनसे कहासुनी के बाद चाकू से हमला कर दिया वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया फिलहाल पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है जिससे पूछताछ जारी है स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में बाहरी युवकों का आना-जाना बढ़ा है जिससे माहौल असुरक्षित महसूस हो रहा है पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं ताकि आरोपी की गतिविधियों और भागने की दिशा का पता लगाया जा सके उत्तर-पूर्वी दिल्ली में यह हत्या ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही दिन पहले सीलमपुर में हुए गंगवार में मिस्बाह नामक युवक की गोली मारकर हत्या की गई थी लगातार हो रही वारदातों ने लोगों के मन में भय का माहौल बना दिया है गोकुलपुरी पुलिस का कहना है कि हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
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OSONKAR SINGH
Nov 02, 2025 17:45:30
Indore, Madhya Pradesh:चित्रकूट सदर कोतवाली क्षेत्र के खोह में बस और कार की जोरदार भिड़ंत, 7 की मौत, 2 की हालत गम्भीर चित्रकूट जिला मुख्यालय के खून में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है जिसमें कार और बस की भिड़ंत में कार सवार सात लोगों की मौत हुई है और दो लोगों में घायल हो गए हैं। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है; पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया। कार सवार चित्रकूट जिले के ही गढ़वा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। यह सड़क हादसा तेज रफ्तार के कारण हुआ है। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार पर पहुंचे हैं जहां से तत्काल मृतकों के शव जिला अस्पताल भेजे गए हैं, जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद सात लोगों को मृत घोषित किया है, जिसमें चार बच्चे भी शामिल हैं।
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PCPranay Chakraborty
Nov 02, 2025 17:45:18
Noida, Uttar Pradesh:लोकेशन बूंदी संवाददाता रामफूल मेहरा संदिग्ध परिस्थितियों में एक पुलिसकर्मी की मौत. कांस्टेबल किशन ने खुद के गोली मारकर आत्महत्या की. बूंदी डाकघर में ड्यूटी पर तैनात था कांस्टेबल. सिर पर गोली लगने से मौत. शव बूंदी अस्पताल लाया गया. बूंदी लाइन पुलिस में तैनात किशन नामक कांस्टेबल. शव मोर्चरी में रखा गया. ASP उमा शर्मा सहित सूचना पर पुलिस अधिकारी अस्पताल में मौजूद. कोतवाली थाना क्षेत्र के बहादुर सिंह सर्किल मुख्य डाकघर की घटना. कांस्टेबल द्वारा गोली मारकर आत्महत्या करने की घटना की एसपी राजेंद्र कुमार मीणा की पुष्टि. पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर CCTV फुटेज खंगाल रही है. मृतक कांस्टेबल के परिजनों को सूचना दी गई.
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VKVIKRANT KUMAR
Nov 02, 2025 17:34:50
Patna, Bihar:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिन भर बिहार में प्रचार किया। पहले उन्होंने आरा और नवादा में जनसभाएं कीं। इसके बाद पटना में मेगा रोड शो किया। इसके बाद पटना साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका। प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो कदमकुआं के दिनकर चौक से शुरू होकर गांधी मैदान के उद्योग भवन तक चला, जिसकी कुल दूरी करीब 2.8 किलोमीटर है। रोड शो से पहले, पीएम मोदी ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। रोड शो के पूरे रास्ते में 10 स्वागत प्वाइंट बनाए गए थे। इन स्थानों पर प्रधानमंत्री का स्वागत फूलों की वर्षा, ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ किया गया। इसके बाद उन्होंने गुरुद्वारे में मत्था टेका और आशीर्वाद लेकर दिन के प्रचार का समापन किया।
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PSPrabhanjan Singh
Nov 02, 2025 17:34:41
Masaurhi, Bihar:विकसित राज्य और विकसित देश की परिकल्पना के साथ एनडीए सरकार कार्य कर रही। चिराग पासवान ।। मसौढ़ी।। फुलवारी विधानसभा के लखना पुनपुन हाई स्कूल मैदान परिसर में एनडीए की चुनावी सभा में लोजपा सुप्रीमो सह सांसद चिराग़ पासवान ने कहा कि एनडीए सरकार विकसित राज्य और विकसित देश की परिकल्पना के साथ कार्य कर निरंतर आगे बढ़ रही है। एनडीए का सपना है कि राज्य का प्रत्येक घर, गांव, पंचायत, प्रखंड और जिला का विकसित रूप ही देश के विकास की आधार शिला है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकास में योगदान आवाम के आशीर्वाद से मिला है। कार्यक्रम दोपहर में आयोजित था लेकिन शाम चार बजे के बाद चिराग पासवान का हेलीकॉप्टर लखना पहुंचा। सांसद के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी थे। महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि जनता का मूड एनडीए के पक्ष में है। जो विकास के मुद्दे के साथ भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनाने जा रही है। सांसद और महाराष्ट्र सीएम द्वारा फुलवारी से एनडीए के उम्मीदवार श्याम रजक के पक्ष में वोट करने की अपील की गई।
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MKMANOJ KUMAR
Nov 02, 2025 17:34:27
Purnia, Bihar:एआयएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आज पूर्णिया के अमौर विधानसभा में पार्टी के प्रत्याशी और ए आई एम आई एम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया । इस मौके पर असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार और बिहार की सरकार पर जमकर हमला किया । वहीं महागठबंधन द्वारा मलाह के बेटा के उपमुख्यमंत्री घोषित किए जाने पर ओवैसी ने कहा कि जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो मोहम्मद, शेख, और धुनिया का बेटा क्यों नहीं बन सकता है । क्या कोई मुसलमान मुख्यमंत्री नहीं बन सकता । अब बात उपमुख्यमंत्री कि नहीं मुख्यमंत्री की होगी । प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि मोदी सीमांचल में आकर घुश्पैठिये का जिक्र करते हैं । क्या दूसरे राज्य में घुसपैठ नहीं है । क्या दूसरी जगह बांग्लादेशी नहीं है । उनको सीमांचल ही क्यों दिखता है । ओवैसी ने कहा कि 11 नवंबर को आपको बटन दबाकर पैगाम देना है कि हम भारत के सच्चे मुसलमान हैं घुश्पैठिये नहीं और यह पैगाम मोदी नीतीश चिराग जैसे नेता को देना है ताकि बिहार से इनकी छुट्टी हो सके ।
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RZRajnish zee
Nov 02, 2025 17:33:57
Patna, Bihar:वर्ष 2005 से पहले बिहार में शिक्षा का हाल बहुत बुरा था। छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं जा पाते थे। सरकारी स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके थे। राज्य में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या बहुत कम थी। शिक्षा के लिए बुनियादी ढांचे का घोर अभाव था। स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए बेंच-डेस्क उपलब्ध नहीं थे। सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी थी। 1990 से 2005 के बीच राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति नाम मात्र की हुई थी। प्रदेश में छात्र-शिक्षक अनुपात बेहद खराब था। उस वक्त राज्य में 65 बच्चों पर मात्र एक शिक्षक होता था। लगभग 12.5 प्रतिशत बच्चे ऐसे थे, जो स्कूलों से पूरी तरह से बाहर थे, यानि शिक्षा से कटे हुए थे। इसमें सबसे ज्यादा बच्चे समाज के वंचित तबके महादलित और अल्पसंख्यक समुदाय के थे, जो स्कूल नहीं जा पाते थे। उस वक्त जो थोड़े-बहुत शिक्षक थे भी, तो उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पाता था। बहुत कम संख्या में बच्चियां स्कूल जा पाती थीं। पांचवीं कक्षा के बाद बच्चियां आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती थीं। राज्य में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी थी। सत्ता में बैठे लोगों ने शिक्षा को भद्दा मजाक बनाकर रख दिया था। 10वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए राज्य में अच्छे कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान नहीं के बराबर थे। उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए अच्छे संस्थानों का घोर अभाव था। सत्र इतनी देर से चलता था कि छात्रों को स्नातक की पढ़ाई पूरी करने में 5 वर्ष तक लग जाते थे। उच्च और तकनीकी शिक्षा पाने के लिए राज्य के युवा देश के दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर थे। उस वक्त सत्ता में बैठे लोगों ने राज्य में नये स्कूलों के निर्माण के बजाय ‘चरवाहा विद्यालय’ खोलकर शिक्षा के प्रति अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों की इतिश्री समझ ली थी। 24 नवंबर 2005 को राज्य में नयी सरकार के गठन के बाद हमलोगों ने प्राथमिकता के आधार क्रमवार शिक्षा-व्यवस्था में सुधार का काम शुरू किया। इसके लिए सबसे पहले हमने शिक्षा के बजट में साल दर साल लगातार बढ़ोत्तरी की। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि राज्य में वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट मात्र 4366 करोड़ रुपये था। अब 2025-26 में शिक्षा विभाग का बजट 60,964.87 करोड़ हो गया है, जो राज्य के कुल बजट का लगभग 22 प्रतिशत है। राज्य भर में युद्ध स्तर पर नये स्कूल भवनों के निर्माण कार्य के साथ ही पुराने स्कूल भवनों के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कराया। वर्ष 2005 में राज्य में जहां कुल 53 हजार 993 विद्यालय थे, वर्ष 2025 में यह संख्या बढ़कर 75 हजार 812 हो गयी है। फिलहाल प्रदेश में 97.61 प्रतिशत टोले सरकारी विद्यालयों के आच्छादित हो चुके हैं। सभी पंचायतों में उच्च विद्यालय की स्थापना और 12वीं तक की पढ़ाई शुरू की गई ताकि छात्राओं को पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना पड़े और उन्हें शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा मिल सके। इस बीच शिक्षकों की संख्या भी लगातार बढ़ाई गई है। वर्ष 2024 में बिहार लोक सेवा आयोग के जरिए 2 लाख 38 हजार 744 शिक्षक नियुक्त किए गये एवं वर्ष 2025 में 36,947 प्रधान शिक्षकों के साथ ही 5,971 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की गई। साथ ही वर्ष 2006 में स्थानीय निकायों के माध्यम से नियोजित 3,68,000 शिक्षकों को भी सक्षमता परीक्षा के जरिए नियमित किया जा रहा है। इस तरह से अब राज्य में सरकारी शिक्षकों की संख्या लगभग 6 लाख हो गई है। राज्य में इतनी बड़ी संख्या में शिक्षक नियुक्ति की चर्चा आज देशभर में की जा रही है। स्कूलों में बेंच-डेस्क का इंतजाम किया गया। अब विद्यालयों में हाईटेक शिक्षा व्यवस्था के लिए ‘उन्नयन बिहार योजना’ लागू की गयी। आज राज्य में 10 2 तक के अधिकांश विद्यालयों में कंप्यूटर लैब, ई-लाइब्रेरी और प्रयोगशाला आदि की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर अत्याधुनिक पुस्तकालय खोले गये हैं, जहां छात्रों को कॉपी-किताब और अन्य पठन-पाठन सामग्रियों के साथ ही हाईस्पीड इंटरनेट की सुविधा भी मुहैया करायी जा रही है। पहले विद्यालयों में लड़कियों की संख्या काफी कम थी। वर्ष 2006-07 में हमारी सरकार ने छात्र-छात्राओं के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की। वहीं वर्ष 2008 में 9वीं वर्ग की छात्राओं के लिए साइकिल योजना शुरू की गयी, जिसकी सराहना दुनिया के कई देशों में हुई और दूसरे राज्यों ने भी साइकिल योजना को अपनाया। बाद में वर्ष 2010 से साइकिल योजना का लाभ लड़कों को भी दिया जाने लगा। इसके फलस्वरूप आज मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट में छात्राओं की संख्या छात्रों से भी अधिक हो गई है। हमलोगों ने पहले एक सर्वे कराया, जिसमें पता चला कि जो 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, उसमें सबसे अधिक समाज के निचले तबकों, महादलित वर्ग और मुस्लिम समुदाय के बच्चे शामिल हैं। इन बच्चों को स्कूल लाने के लिए विशेष प्रयास किये गये। महादलित परिवार के बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए टोला सेवक तथा मुस्लिम समुदाय के बच्चे-बच्चियों को स्कूल लाने के लिए टोला सेवक (तालिमी मरकज) की नियुक्ति की गयी, जिन्हें अब शिक्षा सेवक कहा जाता है, जो इन बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने में मदद करते हैं। हमारी सरकार के इन प्रयासों के कारण आज लगभग शत प्रतिशत बच्चे विद्यालयों में पढ़ाई करने पहुंच रहे हैं। शिक्षा-व्यवस्था में व्यापक सुधार करते हुए हमारी सरकार ने राज्य में एकेडमिक कैलेंडर लागू किया। अब बिल्कुल समय पर मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं हो रही हैं तथा समय से परीक्षा परिणाम भी आ रहे हैं। इसके साथ ही हमलोगों ने राज्य में उच्च एवं तकनीकी पर भी विशेध ध्यान दिया। वर्ष 2005 में राज्य में जहां मात्र 10 राजकीय विश्वविद्यालय थे आज उसकी संख्या बढ़कर 21 हो गई है, जबकि 4 केंद्रीय विश्वविद्यालय और 8 नये निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई है। हमलोगों ने राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालयों में चरणबद्ध तरीके से डिग्री कॉलेज की स्थापना का भी निर्णय लिया है, जिस पर तेजी से काम चल रहा है। इसके अलावा राज्य सरकार के प्रयास एवं सहयोग से प्रदेश में कई राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना भी की गई है। इसमें चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, पटना के बिहटा में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), पटना में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT), बोधगया में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), भागलपुर में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) प्रमुख हैं। उच्च शिक्षण संस्थानों में व्याख्याताओं की बहाली के लिए हमलोगों ने वर्ष 2017 में बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग का गठन किया। वर्ष 2005 से पहले राज्य में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की बहुत कम थी। आज सभी 38 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित हो रहे हैं। पॉलिटेक्निक संस्थानों की संख्या 13 से बढ़कर 46 हो गयी है तथा आईटीआई की संख्या 23 से बढ़कर 152 हो गयी है। मेडिकल की शिक्षा के लिए पटना में एम्स और आई॰जी॰आई॰एम॰एस॰ के अलावा राज्य में सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 12 है। इसके अतिरिक्त दरभंगा एम्स को मिलाकर राज्य में कुल 21 नये सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय निर्माणाधीन हैं, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा। इस प्रकार राज्य में सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों की कुल संख्या 35 हो जायेगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में 9 निजी चिकित्सा महाविद्यालय भी खोले जा रहे हैं। वर्ष 2005 से पहले बिहार के बच्चे इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई के लिए राज्य के बाहर जाया करते थे क्योंकि उस समय प्रदेश के सरकारी अभियंत्रण महाविद्यालयों में मात्र 460 सीटें थीं। अब सीटों की संख्या बढ़कर 14469 हो गई है। ऐसे में यहां के छात्रों को उच्च, तकनीकी और मेडिकल शिक्षा के लिए अब मजबूरी में बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि अन्य राज्यों से छात्र यहां आकर पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में हमलोगों के इन्हीं प्रयासों के कारण आज राज्य की साक्षरता दर लगभग 80 प्रतिशत हो गई है तथा महिलाओं की साक्षरता दर जो वर्ष 2001 में मात्र 33.57 प्रतिशत थी, अब यह बढ़कर 73.91 प्रतिशत हो गई है। राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में यह आमूलचूल परिवर्तन सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि यह शिक्षा के प्रति हमलोगों की प्राथमिकता, प्रतिबद्धता और सकारात्मक पहल की तस्वीर है। बिहार में शिक्षा अब वास्तव में हर बच्चे का अधिकार है। मुझे खुशी इस बात की है कि हमलोगों ने विगत 20 वर्षों में अपने राज्य और समाज को शिक्षित बनाने में काफी हद तक कामयाबी हासिल की है। राज्य के बच्चे-बच्चियों और युवाओं को अच्छी शिक्षा देने के लिए हमलोगों ने जो काम किए हैं, उसे आपलोग याद रखिएगा। आगे भी हमलोग ही काम करेंगे। हमलोग जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। जय बिहार!
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DKDARSHAN KAIT
Nov 02, 2025 17:33:38
Kurukshetra, Haryana:कुरुक्षेत्र के शाहबाद की ट Tokyo ओलंपिक की स्टार रानी रामपाल ने थामा CA पंकज का हाथ, शादी में पहुंचे हॉकी-बॉक्सिंग के दिग्गज Kurukshetra की shaabad संघर्ष से सफलता का सफर तय करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और पद्मश्री रानी रामपाल अब जीवन की नई पारी की शुरुआत कर चुकी हैं। रविवार को उन्होंने कुरुक्षेत्र के चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज के साथ सात फेरे लिए। शादी का भव्य समारोह स्थानीय पाल प्लाजा में आयोजित किया गया, जो खेल और ग्लैमर के सितारों से जगमगा उठा। द्रोणाचार्य कोच ने निभाईं रस्में, सरदारा और मनोज रहे मौजूद रानी रामपाल को आशीर्वाद देने के लिए हॉकी और बॉक्सिंग जगत की कई बड़ी हस्तियां कुरुक्षेत्र पहुंचीं। कोच बलदेव सिंह बने अभिभावक: रानी के पहले कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित बलदेव सिंह ने विवाह की रस्में, विशेषकर कन्यादान की रस्म निभाई। बलदेव सिंह ने कहा, "रानी ने देश के लिए जो किया, उससे बड़ा कोई कन्यादान नहीं हो सकता। मैं आज बेहद खुश हूं." हॉकी के दिग्गज सरदारा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदारा सिंह ने नवदंपति को शुभकामनाएं दीं। बॉक्सर मनोज कुमार और हॉकी खिलाड़ी अनु सहित कई अन्य राष्ट्रीय स्टार्स ने भी इस यादगार पल की शोभा बढ़ाई। पिता को व्हीलचेयर पर देख भावुक हुई 'रानी' शादी में सबसे मार्मिक क्षण तब आया, जब रानी ने व्हीलचेयर पर आए अपने पिता रामपाल को देखा। लंबे समय से बीमार चल रहे पिता ने जैसे ही बेटी को आशीर्वाद दिया, रानी की आंखें नम हो गईं। यह पल दर्शाता है कि हॉकी के मैदान पर स्टील जैसी मजबूत दिखने वाली रानी के दिल में परिवार के लिए कितना गहरा प्यार है। रानी रामपाल की यह शादी न केवल उनके निजी जीवन के लिए एक नया अध्याय है, बल्कि यह मेहनत, सफलता और सादगी का प्रतीक भी है।
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PCPranay Chakraborty
Nov 02, 2025 17:32:35
Noida, Uttar Pradesh:भारतमाला एक्सप्रेस वे पर भीषण सङक हादसा दो की मौत,तीन घायल चाडी-चौतीणा-श्री लक्ष्मण नगर से गुजरने वाले भारतमाला एक्सप्रेस वे पर रविवार देर शाम को सियोलनगर व चाम्पासर के बीच एक अनियंत्रित एसयूवी कार एक्सप्रेस वे के डिवाइडर से जोरदार टक्कर होने से गाङी में सवार पांच लोग गंभीर घायल हो गये! हादसे की सूचना मिलने पर चाडी-चौतीना पुलिस चौकी से कांस्टेबल मुकेश मय जाब्ता मौके पर पहुंचकर घायलो को एम्बुलेंस से आऊ उप-जिला अस्पताल लाया गया!इस दौरान डाक्टरो ने को मृत घोषित किया और तीन घायलो को जोधपुर रेफर किया गया!प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार हादसे में शिकार हुए सभी नोखा से भारतमाला सङक मार्ग से जोधपुर की तरफ जा रहे थे,इस दौरान गाङी का अचानक संतुलन बिगङ जाने से गाङी डिवाइडर से टक्करा गयी!टक्कर इतनी जोरदार थी की उसके ऊपर का पूरा हिस्सा अलग हो गया,और गाङी के परखच्चे उङे गये जो तीन गंभीर घायल बताये जा रहे है उनकी स्थित गंभीर बताई जा रहा है!इस दौरान हैंड कांस्टेबल बाबु खां ने बताया कि हादसे में घायलो मे दो की स्थिति डाक्टरो ने बताई, वही हादसे में क्षतिग्रस्त कार सीकर नम्बर की है,वहीं पुलिस मृतको के परिजनो तक पहुंचने में जूटी हुई है! काफी देर तक नहीं मिली एम्बुलेंस.प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घायलो को तुरंत अस्पताल तक ले जाने के एम्बुलेंस उपलब्ध नही हो पाई,जिसके कारण उनकी स्थिति और गंभीर हो गई,क्योंकि उसी वक्त मतोङा-कङवा के बीच भारतमाला पर हुए सङक हादसे में चली गई थी,वहां से एम्बुलेंस से सम्पर्क करके तुरन्त बुलाकर आऊ लाया गया!
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