Back
बांग्लादेशी घुसपैठ से बंगाल में नागरिकता और सुरक्षा पर उठा नया सवाल
AGAyan Ghosal
Nov 12, 2025 14:21:15
Kolkata, West Bengal
ऊपर से सब कुछ ठीकठाक दिखाने का प्रयास। भीतर ही भीतर एक के बाद एक पलायन की घटना। आखिर कितनी बांग्लादेशी घुसपैठियों अब तक छोड़ चुके हे बंगाल? और कितनी छोड़ने वाले हे? अब सबसे अहम सवाल इए है। सिलीगुड़ी पानी टंकी बोर्डर। इस आर लागू होने के बाद नेपाल और पश्चिम बंगाल बोर्डर क्रॉस करके दूसरी रास्ते से बांग्लादेश भागने की कोशिश नाकाम; २ लोग इस पुलिस स्पेशल ब्रांच के हाथों पकड़े गए। उत्तर २४ परगना बसीरहाट बोर्डर अब तक कुल ९६ लोग रात के अंधेरे में बोर्डर क्रॉस करने की नाकाम कोशिश के बाद पुलिस के हाथों पकड़े गए; वैष्णव नगर मालदा नदी पार करके बांग्लादेश छपाई नवाब गंज भागने से पहले ही दो बांग्लादेशी गिरफ्तार। ताजिल हुसैन और मोहम्मद मोमिन को अब वैष्णव नगर थाना में पुलिस हिरासत में रखा गया है। जी मिडिया सबसे पहले गया उस क्षेत्र का घर जो 2016 में बंगाल विधानसभा चुनाव में वैष्णव नगर से बीजेपी की उम्मीदवार थे और भारी बहुमत से जीतने के बाद विधायक बने; उसका नाम स्वाधीन सरकार है। हालाँकि स्वाधीन सरकार 2021 साल की चुनाव में बुरी तरह से हार गए। उसका आरोप है कि दक्षिण मालदा लोकसेवा के अंतर्गत वैष्णव नगर विधान सभा में पिछले कुछ सालों में इतनी ज्यादा संख्या में मुस्लिम वोटर बढ़ चुके हैं कि उसका बुरी तरह से हारना लगभग तय था। इस विधान सभा में एक ज़माने में हिंदू वोटर 65% और मुसलमान वोटर 35% था; लेकिन 2016 के बाद यह आंकड़ा मुस्लिम के लिए 52% और हिंदू के लिए 48% हो चुका है। वैष्णव नगर एक ऐसा इलाका है जहां माइल से माइल भारत-बांग्लादेश बोर्डर है जो आरक्षित है। यही वह छोटी सी नदी है जिसके इस पार मालदा और उस पार बांग्लादेश छपाई नवाब गंज जिला है। स्थानीय लोगों का कहना है, मछली पकड़ने की छोटी छोटी नाव में न जाने कितने घुसपैठी अब बांग्लादेश पलायन कर रहे हैं; गिरफ्तार की संख्या महज सामान्य है। इसी इलाके में जी मिडिया को एक BLO दिखाई दिया, जो एक चाय की दुकान में बैठे बैठे इन्यूमरेशन फार्म बांट रहा है; उसका घेरे हुए कुछ मुसलमान लोग हैं; उनका दावा है यह सब कुछ हिसाब बराबर है। लेकिन जी मिडिया जब गांव के अंदर पूछें तो नजारा कुछ और ही था; एक छोटा सा मुस्लिम मोहल्ला अब बिल्कुल खाली हो चुका है; हर एक घर में ताला देखने को मिला; हाला की घर के एक सदस्य का दावा है कागजाद सब ओके है; अगर हों तो इस मोहल्ला की बाकी लोग कहाँ हैं? बिल्कुल इसी तरह एक स्थानीय मस्जिद के सामने सारी दुकान सुबह की बीजी खरीदारी के वक्त एक के बाद एक बंद पड़ा है। बात साफ है। बांग्लादेशी अब मालदा सहित बंगाल के जगह जगह से पलायन के मूड में हैं; सामान्य कुछ गिरफ्तार और हिरासत में हैं; पर बाकी भगाए हुए लोगों का कुछ पता नहीं। वैष्णव नगर थाना के सामने उत्तर Malda district इस_IR का आतंक; यह मचुआ गांव मालदा का आखरी गांव है; इसके बाद यह बोर्डर क्रॉस करने के रास्ते में है; नदी के उस पार बांग्लादेश में बहती महानंदा नदी; हिंदू लोग बहुत भारी संख्या में यहाँ रहते हैं; कहा जाता है इनमें पिछले 20 सालों में बोर्डर क्रॉस करके यह देश में बस गए; इतने सालों में न तो उनसे कुछ पूछा गया और न बंगाल प्रशासन ने इन पर कोई रेड मारी। इतने सालों तक बेफिक्र रहने के बाद अब इनमें अफरा-तफरी का माहौल है; कुछ लोग कैमरा देख कर भागने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ लोग इस IR को लेकर चिंतित हैं। न सिर्फ मुसलमान, मालदा जिले के हिंदू लोगों में से कुछ डरे हुए हैं, जिन्हें मथुआ के नाम से जानते हैं; ये लोग पहले शरणार्थी बनकर बोर्डर पार कर बांग्लादेश से मालदा आए; फिर उन्हें नागरिकता (कंडीशनल सिटिजनशिप) दी गई; पर उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं होने पर अब नागरिकता खोने का डर है। मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस प्रमुख किसान चौधरी ने कहा कि मालदा जिले में 2002 में वोटर अनुपात हिंदू 65% से घटकर 2024 में 48% हुआ है; मुसलमान 35% से बढ़कर 52% हुआ है; उन्होंने यह भी माना कि बढ़ते मुस्लिम वोटर में बांग्लादेशी घुसपैठी हो सकते हैं, लेकिन इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार और बोर्डर पर तैनात BSF के ऊपर है। उल्टा बीजेपी का आरोप है कि मालदा के साथ बांग्लादेश के कुल 172 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय बोर्डर में 70 किलोमीटर बोर्डर पर फेंसिंग नहीं है; राज्य सरकार BSF के लिए जमीन नहीं दे रही; खुला बोर्डर ज्यादातर पानी बोर्डर है। अलीपुर गाँव में लोग सोशल मीडिया में हकीकत बताने से डरते हैं; गांव के मुखिया ने इनकार किया कि IR कोई समस्या है; जी न्यूज़ गांव की महिलाओं से पूछने पर भी कई जवाब मिले कि लोग भाग गए हैं। North 24 Pargana district में बनगांव पेट्रापोल बोर्डर OLD border है; यहां 3 बांग्लादेशी हाल में पकड़े गए; हिंदू शरणार्थी अब भारत के अन्य राज्यों और पश्चिम बंगाल के दूसरे जिलों में गए हैं; कोलकाता के गुलशन कॉलोनी, जिसे पहले पश्चिमी चौबागा कहा जाता था, अब मिनी बांग्लादेश बन गया है; यहां की कुल आबादी करीब 2.5 लाख है, वोटर सिर्फ 20 हजार हैं; BLO के अनुसार जेनुइन वोटर ढूंढना मुस्किल हो रहा है; गुलशन कॉलोनी के लोगों का कहना है कि ये सब माडिया की गढ़न कहानी है।
108
Report
For breaking news and live news updates, like us on Facebook or follow us on Twitter and YouTube . Read more on Latest News on Pinewz.com
Advertisement
ALArup Laha
FollowNov 12, 2025 15:32:47104
Report
ALArup Laha
FollowNov 12, 2025 15:32:179
Report
SCSaurav Chaudhuri
FollowNov 12, 2025 14:20:55105
Report
ALArup Laha
FollowNov 12, 2025 14:20:3799
Report
ALArup Laha
FollowNov 12, 2025 14:20:1868
Report
TCTathagata Chakraborty
FollowNov 12, 2025 14:19:5851
Report
TCTathagata Chakraborty
FollowNov 12, 2025 14:19:4241
Report
SPSANDIP PRAMANIK
FollowNov 12, 2025 14:18:09Kolkata, West Bengal:পার্থ চট্টোপাধ্যায়ের বাড়ির সামনে পুরো ফাঁকা কেউ নেই উনিও পড়ে উঠে ঘুমাচ্ছে আজকে আর নামবেন না কালকে এগারোটার পর নামবে
26
Report
SPSANDIP PRAMANIK
FollowNov 12, 2025 14:17:5118
Report
ALArup Laha
FollowNov 12, 2025 14:17:2786
Report
PDPradyut Das
FollowNov 12, 2025 14:17:01105
Report
SCSandip Chowdhury
FollowNov 12, 2025 13:02:29122
Report
AMArkodeepto Mukherjee
FollowNov 12, 2025 11:55:30141
Report
ANArnabangshu Neogi
FollowNov 12, 2025 11:55:2242
Report